16 जुलाई 2012
आज कांटें हैं अगर तेरे मुकद्दर में तो क्या !
कल तेरा भर जाएगा फूलों से दामन गम न कर !!
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ