इस बार जो ईंधन के लिये कट के गिरा है
चिड़ियों को बड़ा प्यार था उस बूढ़े शज़र से
बरसा भी तो किस दश्त के बेफ़ैज़ बदन पर
इक उम्र मेरे खेत थे जिस अब्र को तरसे
(शज़र = पेड़ ; दश्त = रेगिस्तान ; अब्र = बादल)
चिड़ियों को बड़ा प्यार था उस बूढ़े शज़र से
बरसा भी तो किस दश्त के बेफ़ैज़ बदन पर
इक उम्र मेरे खेत थे जिस अब्र को तरसे
(शज़र = पेड़ ; दश्त = रेगिस्तान ; अब्र = बादल)