बस एक हंसी से अपने अश्को को छुपाने का !
जो फन आता है तुम को, वो सिखा दो फिर चले जाना !!
ना जाने क्यूँ है, लेकिन देखने की तुम को आदत है !!!
मेरी ये बे-वजह आदत छुड़ा दो फिर चले जाना !!!!
अगर हम कहें और वो मुस्कुरा दें ! हम उनके लिए ज़िंदगानी लुटा दें !!
जो फन आता है तुम को, वो सिखा दो फिर चले जाना !!
ना जाने क्यूँ है, लेकिन देखने की तुम को आदत है !!!
मेरी ये बे-वजह आदत छुड़ा दो फिर चले जाना !!!!
अगर हम कहें और वो मुस्कुरा दें ! हम उनके लिए ज़िंदगानी लुटा दें !!